गुरुवार, 24 मार्च 2016

३.७ योजनायें

एकं विषरसो हन्ति शस्त्रेणैकश्र्च वध्यते।
सराष्ट्रं सप्रजं हन्ति राजानं मन्त्रविप्लवः।।३.७।।

जहर और हथियार का प्रभाव सीमित है।  जहर केवल एक को ही मारता है और शस्त्र से भी केवल एक का ही विनाश होता है ; लेकिन राजा की गुप्त योजनाओं और विचारों का समय से पहले पता चलने से उस राजा , प्रजा और पूरे राष्ट्र का विनाश हो जाता है। अतः राजा को अपनी योजनायें छिपाकर रखनी चाहिये।

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