गुरुवार, 21 अप्रैल 2016

४.१० लोगों के गुण

गन्धेन गावः पश्यन्ति वेदैः पश्यन्ति ब्राह्मणाः।
चारैः पश्यन्ति राजानश्र्चक्षुभ्र्यामितरे जनाः।।४.१०।।

गौ आदि पशु गंध से , ब्राह्मण लोग अपने ज्ञान से , राजा अपने जासूसों द्वारा तथा दूसरे साधारण मनुष्य अपने नेत्रों से देखा करते हैं।

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